🔴तौफ़ीक़ खान

वाराणसी। के तेज़ तर्रार एसआई में गिने जाने वाले प्रकाश सिंह को कल गणतंत्र दिवस के अवसर पर “पुलिस महानिदेशक प्रशंसा चिन्ह सिल्वर” मेडल प्रदान किया जायगा। प्रकाश सिंह को उनके क्राइम पर किये गए सफल प्रयासों के फल स्वरुप मिले है। यह समाचार आने के बाद प्रकाश सिंह के सहकर्मियों और प्रशंसको में ख़ुशी की लहर है। सभी ने उन्हें बधाई दिया है।

कौन है प्रकाश सिंह

प्रकाश सिंह 2015 बैच का एक तेज़ तर्रार दरोगा है। एनएसजी ट्रेनिंग प्राप्त प्रकाश सिंह का मूल रूप से मऊ जनपद के निवासी है। प्रकाश सिंह ने वाराणसी कोतवाली में अंडर ट्रेनिंग रहते हुवे लूट के एक मामले में सफल खुलासा करने वाली टीम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुवे लूट का माल बरामद कर आरोपियों को दबोचा था। शांत मगर तेज़ तर्रार दरोगा प्रकाश सिंह की गिनती जनपद में बिना दबाव के काम करने वाले दरोगाओ में होती है। ट्रेनिंग के उपरांत प्रकाश सिंह की नियुक्ति बतौर चौकी इंचार्ज चितईपुर हुई। जहा वह क्राइम एक्सपर्ट इन्स्पेक्टर भारत भूषण तिवारी के टीम में एक महत्वपूर्ण स्थान पर थे। वर्त्तमान में वह एडिशनल कमिश्नर वाराणसी सुभाष चन्द्र दुबे के पीआरओ है।
अपराध नियंत्रण पर है बड़ी उपलब्धियां
प्रकाश सिंह के नाम अपराध नियंत्रण की बड़ी उपलब्धी है। चाहे वह टिकारी ग्राम में शिक्षिका की सर कूच कर हत्या कांड का सफल खुलासा हो अथवा गौरव हत्याकांड या फिर दुर्गाकुंड में हुआ गर्ल्स होस्टल मैनेजर हत्या कांड। इन सभी के सफल खुलासे में महत्वपूर्ण योगदान करके प्रकाश सिंह चर्चा में रहे है। प्रकाश सिंह 25 हजार के इनामिया अपराधी आशीष यादव की पुलिस मुठभेड़ टीम का भी हिस्सा था।