🛑उमानाथ यादव 

⭕ रायबरेलीl 10फरवरीl भारत का संविधान ही पवित्र राष्ट्र ग्रंथ, संविधान में प्रदत कर्तव्य ,अधिकारों से देश के नागरिकों को जागृत करने, माता-पिता ही सर्वोच्च देवता, प्राकृतिक संपदा संरक्षण ,हरित तथा श्वेत क्रांति, स्वयं का स्वास्थ्य ही सर्वोच्च राष्ट्र संपदा ,उच्च व प्रतियोगी तथा विज्ञानिक शिक्षा ही राष्ट्र निर्माण का आधार,

मताधिकार एवं मत के महत्व को समझ कर संगठित होना ही राष्ट्र निर्माण का मूल तत्व ,मृत्यु भोज, धर्मांधता एवं कुरीतियों से लड़ते हुए “क्या कहेंगे लोग “जैसी मानसिकता से उबरने पर ही सशक्त राष्ट्र निर्माण की परिकल्पना , महिलाओं का सम्मान ,जाति -धर्म से ऊंचे उठकर मानव में समरसता करुणा वेदना ,

और संघर्ष की भावना तथा मानव कल्याण की भावना ही राष्ट्र धर्म ,सबको आदर से एवं समाज मैं नवचेतना, जागरण, पैदा करने के उद्देश्य से ग्राम सोहावल मै नव चेतना जागरण मंच उत्तर प्रदेश द्वारा नव चेतना जागरण एवं सम्मान समारोह सुरेंद्र मौर्य पूर्व प्रधान बहाई की अध्यक्षता में संपन्न हुआ lजिसमें समाजसेवी कृषि शिक्षा से समाज में जागरण करने वाले लोक गायक तथा पिछड़े समाज को जागने वाले हीरालाल पाल निवासी ग्राम सोहावल का सम्मान अंग वस्त्र ,माल्यार्पण व प्रशस्ति पत्र देकर किया एमएम गयाl कार्यक्रम में उपस्थित समाजसेवी जेपी यादव ,सुनील कुमार यादव ,युवा नेता योगेश यादव कोमल फुटवियर ,पूर्व सदस्य जिला पंचायत अमरेंद्र यादव , रणजीत यादव एडवोकेट ,पूर्व प्रधान राम यश, राजेश यादव उर्फ राजेश्वर एडवोकेट, उद्यमी विनोद यादव,शारदा एडवोकेट- प्रधानाचार्य मनोज पूरे महुआरी ,प्रधानाचार्य अंजू- सिद्धनाथ एडवोकेट, घनश्याम पूरे बलराजन ,महेंद्र शेर बहादुर पुरवा आदि लोगों ने हीरालाल पाल को सच्चा समाज हितैषी ,दलित पीड़ितों की मदद करने वाला, आदर्श नागरिक बतायाl कार्यक्रम में सभी वक्ताओं ने अपने संबोधन में कहा कि नव चेतना जागरण मंच उत्तर प्रदेश द्वारा समाज को जागृत करने के लिए जो सात संकल्प सूत्र बताए गए उनका पालन करने की आवश्यकता परबल दिया साथ साथ ही

सभी वक्ताओं ने यह भी कहा कि जो मानव इन 7नियमों का पालन करेगा ,वह और उसका परिवार, भारत माता का प्रथम सेवक- सच्चा सपूत होगाl कार्यक्रम में सर्वप्रथम भारत का संविधान पर माल्यार्पण किया गया, तदुपरांत सभी उपस्थित लोगों द्वारा संविधान की उद्देशिका का वाचन किया गया l समारोह में इस कविता का पाठ किया गया कि,” न तेरा है न मेरा है ,यह हिंदुस्तान सबका हैl नहीं समझी गई यह बात ,तो नुकसान सबका हयll हजारों गुमनाम नदिया मिलती है सागर में, महासागर बनाने में मगर एहसान सब का

हाय ”ll अमेरिका के गांधी मार्टिन लूथर के इस विचार को भी समाज के हर व्यक्ति को समझने और पालन करने की आवश्यकता जिसमें उन्होंने कहा था- अगर तुम उड़ नहीं सकते हो तो, दौड़ो lअगर तुम दौड़ नहीं सकते तो, चलोl अगर चल भी नहीं सकते तो, रेगोंl lपर आगे बढ़ते रहोl अपनी सोच और दिशा बदलोl सफलता आपका स्वागत करेगी l यदि ऐसा होगा तो सशक्त राष्ट्र का निर्माण होगा l अंत में राष्ट्रगान के बाद कार्यक्रम के समापन की घोषणा की गई

संचालन दिनेश कुमार यादव एडवोकेट ,पूर्व जिला शासकीय अधिवक्ता , प्रदेश अध्यक्ष नव चेतना जागरण मंच उत्तर प्रदेश ने कियाl