मथुरा
रिपोर्ट सत्येंद्र याद

मथुरा/गोवर्धन : परिक्रमा मार्ग इन्द्र पूजा स्थल जतीपुरा में गिरिराज जी के लगाये छप्पन भोग मनोरथ में अनूठी आभा नजर आई। गुजरात से आये भक्तों ने नौ दिवसीय गिरिराज जी के उत्सव में सैकड़ों वैष्णवों के साथ दंडवती परिक्रमा पूरी की। इसके बाद तीर्थ पुरोहित गोकलेश गौर के सानिध्य में गिरिराज जी का पंचामृत से गोविंदाभिषेक किया। गिरिराज प्रभु का रंग-बिरंगी पोशाक व गहनों से श्रृंगार किया। छप्पन भोग मनोरथ में तरह-तरह के पकवानों का भोग लगाया। ठाकुर जी की दिव्य लीला स्थली पर आयोजित छप्पन भोग मनोरथ दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। 11 बोरी से बने प्रसाद का हजारों ब्रजवासियों ने आनंद लिया। इस अवसर पर कार्यक्रम के आयोजक अशोक हरिदास लाल ने बताया कि द्वापर युग में भगवान श्रीकृष्ण ने स्वयं गिरिराज जी में अपनी शक्ति प्रदान कर इन्द्र के प्रकोप से ब्रजवासियों की रक्षा की है। द्वापर युगील लीला स्थल इन्द्र पूजा स्थली पर भगवान से क्षमा याचना की गई है। यहां साक्षात गिरिराज प्रभु की लीला है। इस अवसर पर जीतू हरिदास लाल व मंजुला बेन लाल ने आरती उतारी।