संत कबीर नगर सेमरियावां
तरक्की का राज देर और दूर तक सोच में निहित है। गिरावट का राज तत्काल फैसला लेने में छुपा है। जब भी विवेक से काम नहीं लिया जाएगा नुकसान होगा ।आज मुस्लिम कौम गिरावट और रुसवाई का शिकार है । यह देखा जा रहा है कि 7000000 यहूदी आज 57 अरब मुल्कों पर हावी हैं ।इसकी खास वजह कुरान पाक में अल्लाह ताला ने फरमाया है कि मैं किसी की हालत उस वक्त तक नहीं बदलूंगा जब तक कोई खुद को बदलने की कोशिश ना करे ।ऐसी हालत में हमारी जिम्मेदारी है कि हम अपने रवैया में कार्य व्यवहार में अच्छाई पैदा करें। एकलाख का वो नमूना पेश करें कि जहां गैर हमारी कद्र करें ।इस्लाम की तरफ रागिब हों। वहीं इस्लाम का डंका भी दुनिया वालों के दिलों में गूंजें। उक्त विचार ब्लॉक सेमरियावां के अवध गर्ल्स इंटर कॉलेज कड़जा के डायरेक्टर और इस्लामिक विद्वान अब्दुल हकीम ने व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि अल्लाह ताला ने फरमाया है कि मेरी निशानियों पर विचार करो और सोचो। मगर हम इससे दूरी बना रहे हैं । इसका फायदा यहूद व नसारा समेत दूसरी गैर मुस्लिम कौमें उठा रही हैं। क्योंकि हमारे लोग अल्लाह की निशानियां पर सोचते नहीं हैं ।बल्कि मस्लकी झगड़ों में उलझ रहे हैं ।
श्री हकीम ने कहा कि मजहबे इस्लाम अपने अखलाक और साफ-सुथरी पॉलिसियों की बुनियाद पर फैला है ना कि जोर जबरदस्ती से।
उन्होंने कहा कि मुसलमानों में उस वक्त तक अच्छाई नहीं आ सकती जब तक वह अपने अखलाक और किरदार में दुरुस्तगी नहीं लाएंगे। यही काम बुजुर्गोने दीन भी किया करते थे। ये बिना भेदभाव के खिदमत को अंजाम दिया करते थे।किसी से कोई दूरी नहीं रखते थे ।क्योंकि इनके यहां भेदभाव की कोई गुंजाइश ही नहीं थी।
श्री हकीम ने दीनी और असरी तालीम की जानिब लोगों से तवज्जो देने की अपील करते हुए कहा कि कौमों की तरक्की और गिरावट में तालीम का बड़ा अमल दखल है।