बिहारी पॉवर ऑफ इंडिया के चेयरमैन ने मन्दिर परिसर पहुंच लिया जायज़ा

संचालक योगेन्द्र प्रियदर्शी को क्यों उठाना पड़ा ऐसा कदम ?

मामला ज़िला पदाधिकरी के जनता दरबार तक पहुंचा, नहीं निकला नतीजा

✍️ANA/Indu Prabha

🟥खगड़िया। ज़िला मुख्यालय स्थित समाहरणालय के सामने अवस्थित अष्टादस भुजेश्वरी दुर्गा मंदिर विगत 26 नवम्बर 2022 से ही बंद है। श्रद्धालुओं का पूजा पाठ करना बाधित है। जानकारी मिलने पर बिहारी पॉवर ऑफ इंडिया के चेयरमैन डॉ अरविन्द वर्मा ने दुर्गा मंदिर जाकर स्थिति का जायज़ा लिया। मंदिर परिसर में उपस्थित संचालक योगेन्द्र प्रियदर्शी से डॉ वर्मा ने मन्दिर बंद करने का करण पूछा। संचालक ने कहा यह सही है की मैं ने विगत 26 नवम्बर को अनिश्चित काल के लिए मन्दिर में पूजा पाठ बंद कर दिया है क्यों कि मन्दिर परिसर में एक होटल वाले गंदे और जूठे पानी बहाते हैं। आने जाने के रास्ते गंदे और बदबूदार पानी बहने से श्रद्धालुओं को आने जाने में काफी कष्टों का सामना करना पड़ता है। मैं ने ज़िला पदाधिकारी को सूचित किया था कि मैं दिनांक 28 नवम्बर 2022 से आमरण अनशन ज़िला पदाधिकारी के समक्ष करुंगा। ज़िला सांख्यिकी पदाधिकारी ने विवादित स्थल का निरीक्षण किया और मुझ से फिलहाल अनशन स्थगित करने का आश्वासन दिया। उनके आश्वासन पर मैंने अनशन स्थगित किया था। जनता दरबार में भी जाकर मुद्दा उठाया पर समस्या का समाधान अभी तक नहीं हो पाया है। संचालक योगेन्द्र प्रियदर्शी ने बिहारी पॉवर ऑफ इंडिया के चेयरमैन डॉ अरविन्द वर्मा से कारण बताते हुए समस्या समाधान कराने का आग्रह भी किया। मौके पर लोकप्रिय समाज सेवी चंद्रशेखर मंडल भी उपस्थित थे जिन्होंने आश्चर्य व्यक्त किया कि इतने दिनों से दुर्गा मंदिर बंद है और प्रशासन चुप्पी साधे बैठी है। बिहारी पॉवर ऑफ इंडिया के चेयरमैन डॉ अरविन्द वर्मा एवं समाज सेवी चंद्रशेखर मंडल ने ज़िला पदाधिकारी डॉ आलोक रंजन घोष एवं आरक्षी अधीक्षक अमितेश कुमार से मांग किया है कि अपने स्तर से जांच कर कार्रवाई सुनिश्चित करें और यथाशीघ्र जनहित में दुर्गा मन्दिर में हुए तालाबंदी को खुलवाएं।