न्यू समाचार प्लस गोरखपुर/अवधेश पांडेयगोरखपुर / जिले के सभी एडीएम, एसडीएम और अपर नगर मजिस्ट्रेट व बीडीओ को अब अनिवार्य तौर पर हर माह पांच परिषदीय स्कूल और पांच आंगनबाड़ी केंद्रों के निरीक्षण करना होगा। साथ ही महीने में कम से कम एक बार ब्लॉक गोदाम का निरीक्षण करते हुए दो से तीन राशन की दुकानों के वितरण का सत्यापन करना होगा।
उन्हें दो बार ग्राम पोषण एवं स्वास्थ्य शिविर में भी शामिल होना होगा। महीने में कम से कम से कम एक बार महिला समूहों के साथ बैठक करके आजीविका मिशन के प्रति प्रेरित करते हुए प्रशिक्षण देना होगा।
जिलाधिकारी विजय किरन आनंद ने यह नई व्यवस्था बनाते हुए निर्देश दिया है कि सभी एडीएम, एसडीएम, एसीएम और बीडीओ को कम से कम पांच परिषदीय स्कूलों का निरीक्षण करते हुए प्रगति प्रेरणा एप के माध्यम से अपलोड कराना होगा। शिक्षकों की उपस्थिति, ऑपरेशन कायाकल्प की प्रगति की समीक्षा करनी होगी और बीएसए व तहसील/ब्लॉक स्तर की टॉस्क फोर्स की बैठक कर रिपोर्ट उन्हें व बीएसए को सौंपना होगा। इसी तरह इन अफसरों को मनरेगा योजना के तहत माह में कम से कम दो बार सुबह कार्य स्थल का निरीक्षण करना होगा। उन्होंने कहा कि ये सभी काम उनके व सीडीओ इंद्रजीत सिंह द्वारा भी किए जाएंगे।
जिलाधिकारी विजय किरन आंनद ने कहा कि परिषदीय स्कूलों में शिक्षण व्यवस्था सुधारने के साथ ही मनरेगा में रोजगार सृजन करने, ज्यादा से ज्यादा महिला समूहों को रोजगार देने व राशन वितरण व्यवस्था दुरुस्त रखने आदि के मकसद से आला अफसरों को हर माह तीन से पांच केंद्रों का निरीक्षण करने का निर्देश दिया गया है।