🛑सन्तकबीरनगर।

तेईस
मदरसों के छात्रों के बीच प्रतियोगिता में मदरसा अरेबिया ताजवीद-उल-कुरआन रक्सा कलां के तो छात्रों ने क्रमश पहला, और तीसरा स्थान प्राप्त किया और सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार प्राप्त किया

इस दौरान भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें पूरे गांव व आसपास के लोगों को बुलाया गया। मुफ्ती सईदुर रहमान कासमी ने कहा कि बच्चों को इस्लामी मान्यताएं पढ़ाना उनके लिए बड़ा इनाम है।

मुफ्ती अफजल कासमी ने कहा कि जिस तरह छात्रों के लिए धार्मिक शिक्षा जरूरी है। उसी तरह धार्मिक तालीम और साहित्य की भी जरूरत है क्योंकि साहित्य के बिना इंसान अधूरा है। इसी तरह, अपने बच्चों को अल्लाह के रसूल, शांति और अल्लाह के आशीर्वाद से बताई गई सुन्नतों से लैस करना बेहद जरूरी है,

यह सीखना है कि कैसे खुश रहना है, दूसरों को खुश करना है, समाज में रहना है, चुनौतियों का सामना करना है, दूसरों की मदद करना, बड़ों की देखभाल करना दूसरों के साथ अच्छा व्यवहार करना आदि। वहीं जियाउद्दीन कासमी ने कहा कि शिक्षा एक स्वस्थ आहार की तरह है जो हमें आंतरिक और बाहरी रूप से पोषित करती है।

बिना शिक्षा के विकास संभव नहीं है। बुरी आदतों, गरीबी, असमानता, लैंगिक भेदभाव और कई अन्य सामाजिक समस्याओं को दूर करने का एकमात्र तरीका अच्छी शिक्षा है। अच्छी शिक्षा और अच्छी नैतिकता सिखाना माता-पिता की जिम्मेदारी है। इस अवसर पर बच्चों को पुरस्कार वितरित किए गए अंत में मदरसा नाजिम मुहिब रहमान कासमी ने बाहर से आए सभी मेहमानों का शुक्रिया अदा किया। इस रक्सा कलां के मुहम्मद अफ्फान बिन फकीहुद्दिन ने तेईस मदरसों को टाप कीया
मुहम्मद हमजह बिन अब्दुल अजीम ने भी

तीरे पोजीशन हासील की
कुल दस बच्चों ने इन
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मौके पर सलमान सेठ हकीमुल्लाह अफजाई का इजहार किया आस मुहम्मद इसफारूल हक अब्दुल वहीद नसीम अहमद अब्दुल गफ्फार मुख्तार अहमद यदी रूप से मौजूद रहे.