🟥वीरेंद्र सिंह

अमेठी में सरकार का जुमला साबित हो रहा सड़कों का गड्ढा मुक्त अभियान सड़कें बनी तालाब

🟥अमेठी।। बड़े-बड़े गड्ढो में दिख रही यह सड़क अमेठी जिले की सिंहपुर ब्लाक के राजा फत्तेपुर शेखनगांव नाला से जाती यह सड़क है जो बीएचएल कठौरा एन एच 731 से निकलकर तहसील तिलोई जाने के मुख्य मार्ग को जोड़ती है सड़क की हालत गढ़ों में तब्दील हो चुकी है इन गड्ढों में 24 घंटे पानी भरा रहता है आने जाने के लिए बहुत ही मुश्किल का सामना करना पड़ता है लेकिन करें भी क्या अमेठी की सड़कों का यही हाल है जिस तरफ से जाएंगे उसी तरफ ऐसे ही गड्ढों से होकर ही जाना पड़ता है इसलिए लोगों की अब इन गड्ढों में चलने की आदत

 

 

सी हो गई है लोग मजबूर हो चुके हैं गड्ढों से चलने के लिए जनता का कहना है की अमेठी की सभी सड़कों को खुदवा कर नाला बना दिया जाए जिससे विकास ज्यादा दिखाई दे क्योंकि अमेठी में विकास ही विकास हो रहा है लोग जिस क्षेत्र में जाते हैं उस क्षेत्र में गिरकर चोटिल होते हैं क्योंकि अमेठी में किसी भी सड़क की कोई दुर्दशा सही नहीं है अमेठी की सड़कों की हालत इतनी खराब है कि इनको सुधारने के लिए आज तक किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली और अगर इन सड़कों के विषय में कोई सवाल भी उठाता है तो उसके ऊपर कारवाई कर दी जाती है जनता अमेठी की सड़कों से परेशान हो चुकी हैं फत्तेपुर के पास से कठौरा के लिए निकली यह सड़क इतनी खराब हो चुकी है कि लोग पैदल भी नहीं चल पाते पक्की सड़क से सड़क गायब हो चुकी है सिर्फ बड़े-बड़े गड्ढे और तालाब नजर आते हैं और गड्ढों का अंदाजा भी नहीं लगा सकते कि कितने गहरे यह गड्ढे हैं कई बार इसमें लोग गिरकर काफी चोटिल और घायल हो चुके हैं स्थानीय लोगों ने बताया इन गड्ढों से बहुत परेशानी होती है कई बार शिकायत भी की गई शासन प्रशासन से लेकिन रोड बनाने गिट्टी भी नहीं डलवाई गई काम से कम थोड़ी बहुत गिट्टी ही डाल देते ताकि गड्ढे बंद हो जाते और लोगों का आना-जाना आसान हो जाता क्योंकि जब भी कोई इधर से अनजान व्यक्ति गुजरता है तो रास्ता है नहीं और लोग बीच से ही निकलने की कोशिश करते हैं और गड्ढे इतनी गहरे की अंदाजा नहीं लगा पाते और उन गड्ढों में जाकर गिर जाते हैं क्या करें जब अमेठी की किस्मत ही खराब है एक रोड ही नहीं अमेठी जिले की सभी रोड तालाबों में बदल चुकी है और सरकार गड्ढा मुक्त सड़क का अभियान चला रही है लेकिन अमेठी में कहीं भी किसी भी सड़क का आज तक गड्ढा मुक्त नहीं किया गया है।।