छठ पर निजी नावों का परिचालन रहेगा बंद, नदियों में एसडीआरएफ और पुलिस करेगी गश्ती, गोताखोर रहेगा तैनात

डीएम, एसपी की संयुक्त अध्यक्षता में हुई जिलास्तरीय शान्ति समिति की बैठक, त्योहार में शान्ति को ले दिए गए महत्वपूर्ण निर्देश

बैठक में खगड़िया सदर अनुमंडल पदाधिकारी अमित अनुराग और गोगरी अनुमंडल पदाधिकारी अमन कुमार सुमन भी रहे मौजूद

✍️ANA/Arvind Verma

🟥खगड़िया (बिहार)। जिलाधिकारी अमित कुमार पाण्डेय एवं पुलिस अधीक्षक अमितेश कुमार की संयुक्त अध्यक्षता में आगामी दीपावली, काली पूजा एवं छठ पर्व को शांति एवं सौहार्द्र के साथ मनाए जाने को लेकर जिलास्तरीय शांति समिति की बैठक का आयोजन समाहरणालय सभागार में किया गया। बैठक का प्रारंभ करते हुए

अनुमंडल पदाधिकारी सदर अमित अनुराग एवं अनुमंडल पदाधिकारी गोगरी अमन कुमार सुमन ने उपस्थित सदस्यों को जानकारी दी कि 12 नवम्बर को दीपावली मनाया जा रहा है। दीपावली के अवसर पर जिले में काली पूजा के साथ कुछ स्थलों पर काली जी की प्रतिमा का अधिष्ठापन किया

जा रहा है। 13 से 15 नवम्बर तक विभिन्न तिथियों को प्रतिमा का विसर्जन किया जाएगा। उन्होंने निर्देश दिया कि पूजा के उपरांत प्रतिमा का विसर्जन बहती नदियों में ना करके कृत्रिम तालाबों में नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के दिशानिर्देश के अनुरूप किया जाए। तत्पश्चात 19 और 20 नवम्बर को छठ पूजा का आयोजन हो रहा है। इस बीच 15 नवम्बर को चित्रगुप्त पूजा एवं भैया दूज

भी मनाया जाएगा। विभिन्न थाना क्षेत्रों में मेलों के आयोजन के संबंध में भी सूचना प्राप्त हुई है। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने शांति समिति के सदस्यों से दीपावली, काली पूजा के साथ छठ पर्व के अवसर पर साफ-सफाई के अलावा अन्य ध्यानाकर्षण योग्य मुद्दों के संबंध में फीडबैक प्राप्त

किया। सर्वप्रथम गोगरी अनुमंडल के विभिन्न थाना क्षेत्रों से आए हुए थानेदारों से तैयारियों के संबंध में जानकारी प्राप्त करने के साथ जिला शांति समिति के सदस्यों से भी पर्व के शांतिपूर्ण तरीके से आयोजन के संबंध में फीडबैक प्राप्त करते हुए उनका सुझाव लिया गया। तत्पश्चात खगड़िया

अनुमंडल के थानेदारों एवं शांति समिति के सदस्यों ने अपनी बात रखी एवं गंगा जमुनी तहजीब के साथ पर्व के शांतिपूर्ण तरीके से आयोजन का आश्वासन जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक को दिया। जिलाधिकारी ने थानावार शांति समिति की बैठक होने पर संतोष जाहिर करते हुए निर्देश दिया कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के दिशा निर्देशों के अनुरूप काली पूजा के उपरांत मूर्ति का

विसर्जन कराना है। सभी पूजा समिति थाना से लाइसेंस प्राप्त कर लें। उन्होंने थानेदारों को मूर्ति विसर्जन के मार्ग का सत्यापन करने का निर्देश भी दिया। उन्होंने कहा कि 13 से लेकर 15 नवम्बर तक मूर्ति विसर्जन करा लिया जाए। मूर्ति विसर्जन के दौरान समय सीमा का अनुपालन भी निश्चित रूप से कराना है। विसर्जन स्थल पर पानी पर्याप्त रहे और विसर्जन प्रक्रिया की

वीडियोग्राफी कराने का भी उन्होंने निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि मूर्ति विसर्जन के उपरांत छठ पूजा के लिए भी नदी घाट एवं तालाबों को तैयार करना है। इसके लिए सभी पूजा समितियों से भी सहयोग लेते हुए उनसे बात कर लिया जाए एवं सक्रिय रहते हुए घाटों की साफ-सफाई के साथ रोशनी सहित अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं समय रहते करा लेनी है। जिलाधिकारी द्वारा अनुमंडल पदाधिकारी खगड़िया/गोगरी को निर्देश दिया गया कि अनुज्ञप्तिधारी पटाखा

विक्रेताओं के ही द्वारा पटाखों का विक्रय किए जाने हेतु निर्देश दिये एवं इसका कड़ाई से अनुपालन कराया जाए, साथ ही पटाखा बेचने के लिए नया लांइसेंस नहीं देने का निदेश दिया गया। शांति समिति के सदस्यों ने कहा कि जिले के विभिन्न क्षेत्रों में हिंदू एवं मुस्लिम समुदाय के लोग मिलजुलकर शांतिपूर्ण एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण में पर्वों को मनाते हैं। उन्होंने स्थानीय स्तर पर लगने वाले मेलों के आयोजन के संबंध में भी जिला प्रशासन को अवगत कराया और बताया कि विभिन्न स्थानों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि छठ पर्व के दौरान या इसके बाद लगने वाले मेलों के

संबंध में अनुमति प्राप्त करते हुए सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए भी अलग से अनुमति प्राप्त किया जाए। सांस्कृतिक कार्यक्रम अश्लील ना हो तथा उच्श्रृंखल तत्वों पर कड़ी नजर रखी जाए। इस दौरान पुलिस की गश्ती भी सुनिश्चित कराई जाए। जिलाधिकारी ने अंचलाधिकारियों एवं प्रखंड विकास पदाधिकारियों को घाटों का निरीक्षण कर यह निर्धारित करने का निर्देश दिया कि कहां छठ पर्व हो सकता है और कहां नहीं। खतरनाक घाटों को चिन्हित करते हुए घाटों के पहुंच मार्ग का निर्माण, गहरे जल में लोगों को जाने से रोकने के लिए बैरीकेडिंग लगाने का निर्देश दिया।

जिन नदियों में जलस्तर बढ़ा हुआ है उसकी निगरानी आवश्यक है, ताकि खतरनाक घाटों पर लोगों को जाने से रोका जा सके। जिलाधिकारी ने नदियों में एसडीआरएफ की टीम, प्रशिक्षित गोताखोर और पुलिस बल द्वारा निगरानी रखने का भी निर्देश दिया। उन्होंने बताया कि छठ पर्व के अवसर पर निजी नावों का परिचालन बंद रहेगा। जिन घाटों पर अत्यधिक भीड़ होने की उम्मीद है वहां सारी व्यवस्था सुनिश्चित कराते हुए वैकल्पिक घाटों का चयन भी कर लेना है।

यातायात प्रबंधन के लिए भी व्यवस्था करनी होगी एवं विभिन्न स्थलों पर ड्रॉप गेट लगाना होगा। जिलाधिकारी ने कार्यपालक पदाधिकारी एवं नगर परिषद खगड़िया को शहरी क्षेत्र में छठ पर्व को लेकर घाटों के जल-जमाव पहुंच पथ के मरम्मति, चूना और ब्लीचिंग पाउडर के छिड़काव, सीसीटीवी

कैमरा के अधिष्ठापन, रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था, पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम, कपड़े बदलने की व्यवस्था, पानी में तैराकी न हो इत्यादि के संबंध में भी निर्देश दिया। साथ ही नगर परिषद क्षेत्र में विस्तार के फलस्वरुप शामिल हुए घाटों पर भी पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए ताकि छठ व्रतियों को कोई असुविधा ना हो। पुलिस

अधीक्षक ने सरकार द्वारा प्राप्त दिशा निर्देश के आलोक में दीपावली एवं छठ पर्व मनाने का निर्देश देते हुए कहा कि सोशल मीडिया पर अफवाहों, भ्रामक सूचनाओं एवं गलत प्रचार का निश्चित रूप से खंडन करना है एवं इसे बढ़ावा नहीं देना है। दीपावली और छठ पर्व सौहार्दपूर्ण माहौल में मनाया जाना है। उन्होंने हर छोटी से छोटी घटनाओं को भी संज्ञान में लेते हुए आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया ताकि विवाद ना बढ़े।

उन्होंने शराब एवं जुए पर रोक लगाने के संबंध में थानेदारों को आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश देते हुए कहा कि विभिन्न स्थलों पर ब्रेथ एनालाइजर के माध्यम से शराब के सेवन के संबंध में भी चेकिंग की जाए। उन्होंने नदियों में एसडीआरएफ और पुलिस से गश्ती कराने का आश्वासन दिया। जिलास्तरीय शांति समिति की बैठक में

जिलाधिकारी अमित कुमार पाण्डेय, पुलिस अधीक्षक अमितेश कुमार, अपर समाहर्ता मो० राशिद आलम, जिला पंचायती राज पदाधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी खगड़िया/गोगरी, पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी खगड़िया/गोगरी ,वरीय उप समाहर्तागण, जिलास्तरीय पदाधिकारीगण तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति, जनप्रतिनिधि, राजनीतिक दलों के अध्यक्ष सहित सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी एवं थाना प्रभारी शामिल हुए।