🔴उमानाथ यादव

✍️रायबरेली, 04 जुलाई 2022
राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत अब निजी क्षेत्र के आयुष (आयुर्वेदिक, होम्योपैथिक, यूनानी) चिकित्सकों को भी टीबी रोगियों की सूचना निक्षय पोर्टल पर देनी होगी | यह जानकारी जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. अनुपम सिंह ने दी | उन्होंने बताया – इस संबंध में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य महानिदेशक द्वारा संबंधित अधिकारी को जरूरी निर्देश दिए गए हैं |
जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया – प्रधानमंत्री ने वर्ष 2025 तक देश से क्षय रोग के खात्मे का संकल्प लिया है | इसी क्रम में टीबी रोगियों की सूचना निजी आयुष चिकित्सकों द्वारा निक्षय पोर्टल पर देनी है | संभावित क्षय रोगियों को जांच के लिए निकटतम स्वास्थ्य केंद्र पर संदर्भित करने एवं रोगी में क्षय रोग की पुष्टि होने पर निजी क्षेत्र के आयुष चिकित्सक को प्रति मरीज 500 रुपये की धनराशि सीधे उनके खाते में भेजी जाएगी |
राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत क्षय रोगियों को सभी सुविधाएं निशुल्क प्रदान की जाती हैं | इसलिए संभावित रोगी को निजी क्षेत्र के आयुष चिकित्सक निकटतम स्वास्थ्य केंद्र पर भेजें |
डा. अनुपम सिंह ने बताया – किसी भी व्यक्ति में क्षय रोग की पुष्टि होने पर मरीज के परिवार के सदस्यों/ निकटवर्ती संपर्कों में टीबी संक्रमण की स्क्रीनिंग एवं संक्रमण की पुष्टि पर टीबी प्रीवेंटिव ट्रीटमेंट निशुल्क प्रदान किया जाएगा |
जिला क्षय रोग अधिकारी ने कहा- इस संबंध में जिला स्तर पर दो सदस्यीय टीम का गठन किया गया है जिसमें जिला प्रोग्राम समन्वय अभय मिश्रा व जिला पब्लिक प्राइवेट मिक्स समन्वयक मनीष श्रीवास्तव हैं | अभय मिश्रा का मोबाइल नंबर – 6307823377 व मनीष श्रीवास्तव का मोबाइल नंबर – 6391004400 और जिला क्षयरोग केन्द्र का फोन नंबर 05352971005 है, जिसपर संपर्क कर जानकारी ले सकते हैं | इसके अलावा जिला क्षय रोग कार्यालय के ईमेल dtouprbl@rntcp.org पर संपर्क कर इस संबंध में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं |
जिला क्षय रोग अधिकारी ने सभी सरकारी व निजी आयुष चिकित्सकों से अपील की है कि वह अधिक से अधिक क्षय रोगियों की जानकारी दें और क्षय उन्मूलन के इस अभियान में अपना सक्रिय योगदान दें |
जनपद में सोमवार को राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत जिला होम्योपैथिक अधिकारी डॉ सीमा वर्मा की अध्यक्षता व उप जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ शम्स रिज़वान की उपस्थिति में बैठक हुई | बैठक में जनपद के समस्त होम्योपैथिक सरकारी डॉक्टर से मिशन 2025 टी बी मुक्त भारत के तहत टी बी के सम्भावित मरीजों – जिनको दो सप्ताह से अधिक समय से खांसी आ रही हो, खांसी के साथ खून आता हो, सीने में दर्द रहता हो, वजन कम हो रहा हो, बुखार के साथ में पसीना आता हो तो ऐसे मरीजों को पास के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर रेफर कर मरीजों का ब्योरा विभाग को उपलब्ध कराने की बात कही गई। मरीज में क्षय रोग की पुष्टि पर नि:क्षय पोषण योजना के तहत इलाज के दौरान 500 रुपये प्रति माह डीबीटी के माध्यम से मरीज के खाते में भेजे जाते हैं | इस मौके पर डॉ शैलेन्द्र कुमार, डॉ पी के विश्वकर्मा, डॉ विनोद कुमार रावत, डॉ नीरजा वैश्य, जिला पीपीएम समन्वय मनीष श्रीवास्तव, जिला पीएमडीटी समन्वयक अतुल कुमार आदि उपस्थित थे।