रायबरेली । सलोन तहसील क्षेत्र के हरबंस का पुरवा मजरे पालीपुर गांव से गायब हुई 3 लड़कियां अपनी सूझ बूझ से अपहरण कर्ताओं के चुंगल से निकल आईं। लड़कियों ने आपबीती बताते हुए कहा कि कुछ लोग उनसे रास्ता पूछ रहे थे। इसी बीच किसी ने कुछ चीज सूंघा दी और उन्हें गाड़ी में डालकर ले गए। जब उन्हें होश आया तो ये तीनो दिल्ली में थी। वहां एक आदमी ने 60 रुपये दिया और गर्म कपड़े भी दे दिया। लड़कियां बस स्टेशन पहुंची। वहां से उन तीनों में से एक लड़की ने गुडगांव में रह रही अपनी बुआ के यहां जाना उचित समझा। इस तरह वह वापिस सलोन चली आईं। इस से पहले 28 घंटे बीत जाने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली थे। वहीं परिवार में कोहराम मचा हुआ था।

मिली जानकारी के अनुसार हरबंस का पुरवा मजरे पालीपुर गांव में शुक्रवार सुबह 11 बजे चारा काटने गांव के बाहर गई तीन लड़कियां अंकिता पुत्री बदलू (15), आशा पुत्री संतलाल (15) और ज्योति पुत्री सुरेश (19) एकाएक लापता हो गई। जब शाम तक यह सभी घर लौटकर नहीं आई तो परिजनों में हड़कंप मच गया। परिवारीजनों ने ढूंढना शुरु किया लेकिन काफी देर ढूंढने के बाद भी इनका पता नहीं चला। परिजनों ने गांव के अगल-बगल भी पता किया पर कोई सुराग नहीं मिला।

इसके बाद परिजनों ने डॉयल 112 को कॉल करके सूचना दिया। जिसके बाद घटना स्थल पर पुलिस पहुंची तो।परिजनों ने सारी घटना पुलिस को बताई। इसके बाद पुलिस छानबीन में जुट गई। परिजनों को आशंका है कि लड़कियों को कोई किडनैप करके ले गया है। क्योंकि उनकी उम्र अभी बहुत कम है वह अकेले कभी बाजार भी नहीं जाती थी। वही लड़कियों के गायब होने के बाद से परिवार में मातम छा गया है। पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज करके पड़ताल शुरू कर दिया था।