🟥बाड़मेर राजस्थान

दारुल उ़लूम अनवारे मुस्तफा सेहलाऊ शरीफ में गणतंत्र दिवस के मौक़े पर तिरंगा फहराया गया।
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अनवारे मुस्तफा सीनियर सैकंडरी स्कूल के बच्चों ने रंगा रंग कार्यक्रम पेश किया।
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आज का दिन हर हिंदुस्तानी के लिए बेहद खास है क्योंकि आज ही के दिन 1950 को हमारे देश में संविधान लागू हुआ था.

यही वजह है कि आज हिंदुस्तान में सभी छोटी-बड़ी जगहों,स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी और सभी सरकारी व प्राइवेट [निजी] कार्यालयों व शिक्षण व समाजिक संस्थाओं व प्रमुख स्थलों पर झंडा फहराया जाता है. चुनान्चे इस मौक़े पर दारुल उ़लूम अनवारे मुस्तफा व उस की सभी तअ़लीमी शाखाओं समेत बाड़मेर ज़िले के अन्य मदरसों में भी 74 वां गणतंत्र दिवस राष्ट्रीय ध्वज फहराकर व राष्ट्रगान गाकर बड़ी धूम-धाम से मनाया गया।

इस मौक़े पर उ़लमा-ए-किराम ने कहा कि यह बात हमें हमेशा याद रखना चाहिए कि हमारे मुल्क के जाँबाज़ों व हमारे बुजुर्गों ने इस देश को आज़ाद कराने में कितनी कुर्बानियां दी हैं. आज भारतीय इतिहास का यादगार दिन है. जिसे हम सभी लोगों को इसी तरह धूमधाम के साथ मनाना चाहिए.

सब से पहले हज़रत पीर सैयद दावन शाह बुखारी व बीएसएफ के जवानों के हाथों तिरंगा फहराया गया, फिर सभी लोगों ने एकत्रित होकर एक साथ राष्ट्रगान गाया, फिर अनवारे मुस्तफा सीनियर सेकेंडरी स्कूल व दारुल उ़लूम अनवारे मुस्तफा सेहलाऊ शरीफ के छात्रों ने अपना रंगारंग प्रोग्राम परेड भाषण और वतन से मुहब्बत पर आधारित तरानों की शक्ल में पेश किया, परेड का निरीक्षण हज़रत पीर सय्यद नूरुल्लाह शाह बुखारी व श्री सत्यवान गौड़ सहायक कमांडेंट व
इन्स्पेक्टर श्री महेश नागदा
76 बटालियन बी एस एफ ने किया-
परेड के निरीक्षण के बाद श्री महेश नागदा ने बच्चों के जरिया पेश किए गए निरीक्षण की तारीफ की और कहा कि हमने बहुत इदारों में इस तरह का प्रोग्राम देखा मगर यहां का अंदाज निराला नज़र आया, यह सब यहां के स्टाफ की मेहनत और अच्छी तरबियत का नतीजा है।
दारुल उ़लूम अनवारे मुस्तफा के प्रबंधक हज़रत अ़ल्लामा पीर सय्यद नूरुल्लाह शाह बुखारी ने अपने संबोधन के दौरान सब से पहले इस प्रोग्राम में शामिल सभी मेहमानों का इस्तिक़बाल किया और मुख्य अतिथियों का राजस्थानी साफा पहनाकर और गुलपोशी करके इस्तकबाल किया फिर लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि “दरअसल, हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस इसलिए मनाया जाता है, क्योंकि इसी दिन पूरे देश में संविधान लागू किया गया। 26 जनवरी, 1950 को संविधान लागू होने के साथ ही भारत को पूर्ण गणराज्य घोषित किया गया था। यही वजह है कि हर साल इस खास दिन की याद में 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जाता है। और इस से पूरे मुल्क में अमन और भाईचारे का पैगाम जाता है” इस मौक़े पर दूसरे वक्ताओं ने सभी से बुजुर्गों के नक़्शे क़दम पर चलकर उनकी तमाम शिक्षाओं को जीवन में उतारने का आह्वान किया.

मुख्य अतिथि के तौर पर श्री सत्यवान गौड़ सहायक कमांडेंट व
इन्स्पेक्टर श्री महेश नागदा
76 बटालियन बी एस एफ और बी एस एफ व मिलिटरी के कुछ दूसरे जवानों ने इस कार्यक्रम में भाग लेकर दारुल उ़लूम अनवारे मुस्तफा सीनियर सेकेंडरी स्कूल के विद्यार्थियों द्वारा पेश किए जाने वाले प्रोग्राम विशेषकर परेड का निरीक्षण किया और उसके बाद अपने भाषण के दौरान उन्होंने गणतंत्र दिवस के बारे में अनवारे मुस्तफा सीनियर सेकेंडरी स्कूल के बच्चों और अ़वाम से कुछ इस तरह की बातैं की”सब से पहले तो उन्हों ने इस पूरेे प्रोग्राम की प्रशंसा की फिर गणतंत्र दिवस के बारे में विस्तार से बयान किया और अपने संबोधन में यह कहा कि “भारत में हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस (Republic Day) के रूप में मनाया जाता है, क्‍योंकि इसी दिन से भारत में संविधान लागू हुआ था. बरसों तक अंग्रेजों की गुलामी सहने के बाद भारत को 15 अगस्‍त 1947 में आजादी मिली थी और इसके करीब तीन साल बाद देश में संविधान लागू किया गया. संविधान की मसौदा समिति की अध्‍यक्षता डॉ भीम राव अंबेडकर ने की थी. देश हर साल 26 नवंबर को संविधान दिवस भी मनाता है, क्‍योंकि इस दिन यानी 26 नवंबर 1949 को भारत की संविधान सभा ने भारत के संविधान को अपनाया था-
देश में गणतंत्र दिवस (Republic Day Celebration) सम्‍मान और धूमधाम से मनाया जाता है. देश भर में कई कार्यक्रम होते हैं. इस दिन का सबसे आकर्षक समारोह दिल्‍ली के राजपथ पर होने वाली भव्‍य परेड होती है जो इंडिया गेट तक जाती है. देश के राष्‍ट्रपति राजपथ पर झंडा फहराते हैं. गणतंत्र दिवस (Republic Day Significance) के लिए 26 जनवरी का बड़ा महत्‍व है. इसी दिन 1930 में भारतीय राष्‍ट्रीय कांग्रेस ने पूर्ण स्‍वराज की घोषणा की थी और यह दिन भारत की जनता को लोकतांत्रिक ढंग से सरकार चुनने की ताकत की याद भी दिलाता है. देश में यह राष्‍ट्रीय पर्व हर्ष उल्‍लास के साथ मनाया जाता है और इस दिन राष्‍ट्रीय अवकाश होता है.
अनवारे मुस्तफा स्कूल के प्रधानाचार्य मास्टर मोहम्मद यूनुस खान ने दारुल उ़लूम अनवारे मुस्तफा शिक्षण संस्थान के अंतर्गत चलने वाले सभी इदारों विशेषकर अनवारे मुस्तफा सीनियर सेकेंडरी स्कूल का पूरा बायोडाटा लोगों के सामने पेश किया-
इस प्रोग्राम का संचालन मौलाना मोहम्मद हुसैन क़ादरी अनवारी ने किया।
इस अवसर पर दारुल उ़लूम अनवारे मुस्तफा व सीनियर सेकेंडरी स्कूल का पूरा स्टाफ व सभी स्टूडेंट के अलावा इलाक़े के सैकड़ो अ़वाम ने शिरकत कर के अपनी हुब्बुल वतनी का इज़हार किया।
इस प्रोग्राम में मुख्य रूप से इन हज़रात ने शिरकत की- हज़रत सय्यद गुलाम शाह मटारी सरपंच बमणोर, हज़रत सय्यद पीर इब्राहिम शाह बुखारी,सय्यद गुलाम शाह बुखारी, सय्यद इस्माईल शाह बुखारी,हज़रत मौलाना सय्यद सदर अ़ली शाह बुखारी,सय्यद जलाल शाह बुखारी, सय्यद मेहर अ़ली शाह बुखारी,मौलाना मोहम्मद शमीम अहमद नूरी मिस्बाही, मौलाना दिलावर हुसैन क़ादरी, मौलाना बाक़िर हुसैन क़ादरी अनवारी, मौलाना जमालुद्दी क़ादरी अनवारी, मौलाना इलमुद्दीन क़ादरी अनवारी, मौलाना इस्लामुद्दीन क़ादरी अनवारी,मौलाना अ़ब्दुल हलीम क़ादरी अनवारी,हाफिज़ व क़ारी बरकत अ़ली क़ादरी,हाफिज़ क़मरुद्दीन क़ादरी, मास्टर मोहम्मद ताहिर खान, मास्टर मोहम्मद इस्हाक़,मास्टर मक़बूल खान,मास्टर मोहम्मद हनीफ मास्टर सुलेमान, मास्टर मुरीद खान,शुमार खान आदि

रिपोर्ट:(मौलाना) हबीबुल्लाह क़ादरी अनवारी
ऑफिस इंचार्ज:दारुल उ़लूम अनवारे मुस्तफा, पच्छमाई नगर,सेहलाऊ शरीफ,पो:गरडिया,तह:रामसर,ज़िला:बाड़मेर [राजस्थान]