✍️नरेश सैनी

🟥मथुरा – अदालतों में फर्जी जमानत देकर अपराधियों को छुड़ाने का काम करने वाले कई संगठित गिरोह मथुरा में पिछले कई दशकों से सक्रिय हैं इनकी सांठगांठ न्यायालय के कर्मचारियों के साथ बनी हुई है यही कारण है गैरकानूनी और अवैध कारोबार अनवरत जारी है ऐसा ही एक मामला विगत अप्रैल माह में न्यायालय के संज्ञान में आने पर चार लोगों के विरुद्ध थाना सदर बाजार में अभियोग पंजीकृत कराया गया था एक को मौके से गिरफ्तार कर लिया गया था अन्य भागने में सफल हो गई थे जिन्हें आज पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा है। जानकारी के अनुसार न्यायालय अपर सिविल जज जूनियर डिविजन संख्या 4 के यहां 138 एन आई एक्ट के मामले में न्यायालय के पेशकार मनोज कुमार चौधरी ने कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर फर्जी अभियुक्त बनकर मनोज चौधरी के रूप में एक व्यक्ति अधिवक्ता के माध्यम से जमानत लेने के लिए हाजिर हुआ न्यायालय ने 20- 20 हजार के जमानत और बंध पत्र दाखिल करने के आदेश पारित किए जिन लोगों के द्वारा जमानत दी जा रही थी उनका फर्जी होने का शक होने पर अदालत ने उन्हें हिरासत में लेने के आदेश दिए लेकिन कथित सभी फर्जी जमानती भाग जाने में सफल हो गए जो व्यक्ति मनोज चौधरी बनकर हाजिर हुआ था पुलिस ने उसे कस्टडी में ले लिया इस संबंध में थाना सदर बाजार पर रिपोर्ट दर्ज कराई गई पुलिस ने इस मामले में वांछित चल रहे 3 लोगों को प्रभारी निरीक्षक जसवीर सिंह उप निरीक्षक कपिल कुमार नेम ने मुखबिर की सूचना पर कचहरी से गिरफ्तार कर लिया पकड़े गए लोगों में अनिल उर्फ चौधरी पुत्र वीरेंद्र चौधरी निवासी माहेश्वरी मोहल्ला थाना हाथरस गेट जिला हाथरस और केदार सिंह उर्फ बादामी पुत्र हीरालाल निवासी विजयी बीजहरी थाना राया मथुरा तीसरे राकेश सिंह तरकर पुत्र राम चरण सिंह निवासी बुलेट एजेंसी के पास कस्बा व थाना फरह मथुरा है पुलिस ने इनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई कर जेल भेजा है पुलिस की इस कार्रवाई से फर्जी जमानत देने वालों मैं हड़कंप मच गया है।