✍️सरताज आलम अंसारी की रिपोर्ट
🟥बस्ती।
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बस्ती जिला मुख्यालय से लगभग 22 कि मी दूर ब्लाक बहादुरपुर दक्षिण गोविंदापुर( महुआ डाबर) स्थित सैय्यद लतीफ़ शाह की मजार गंगा-जमुनी तहजीब की मिसाल है. मजार पर सभी समुदायों के लोग इच्छा /मन्नत मांगने के लिए अपनी श्रद्धा अनुसार जाते
हैं.इसमें कई जाति धर्म के लोग जुटते हैं. यहां पर लोग कपूर, अगरबत्ती, लोहबान, दीपक आदि जला कर पूजा/इबादत करते हैं और खुरमा (मिठाई) का प्रसाद चढ़ाकर मन्नत मांगते हैं।
मान्यता है कि सच्चे मन से मजार पर पहुंचने वाले की मुराद जरूर पूरी होती है. आज भी यहां पर लोगों का जनसैलाब देखने को मिलता है l
यहाँ दीपावली को मजार दीये की रोशनी से जगमगाते हैं,
ग्रामसभा पूरा पिरई निवासी निवासी वरिष्ठ समाजसेवी आदिल खान ने बताया कि इस बार मेले में सुरक्षा का विशेष ध्यान दिया गया है जहां चप्पे-चप्पे पर कैमरे लगे है साथ ही अतिरिक्त पुलिस बल भी तैनात किए गए है l
साफ सफाई की भी उचित व्यवस्था है l
माहुआ डाबर में अब्दुल लतीफ़ शाह के मजार पर हर गुरुवार को भिन्न संप्रदाय के लोग जुटते हैं. अस्ताने( दरगाह) की कमेटी सभी मांगलिक कार्यक्रम लतीफ़ शाह बाबा के मजार पर संपन्न करते हैं. यहां के
सालाना उर्स के आयोजन में सभी संप्रदायों का योगदान होता है. मजार का रंग-रोगन भी सभी मिलकर कराते है.
इस बार उर्स की बड़े धूमधाम से मनाया गया
कई वर्षों से दिवाली पर इस मेले का आयोजन होता है। स्थानीय लोगों और बाहर से आए जायरीन फूल और चादर अस्ताने पर पेश कर मन्नतें मांगते है। मजार पर
मान्यता है कि यहां कई प्रकार की बीमारियां दरगाह पर आने से ठीक हो जाती है
मेले का आयोजन दरगाह प्रबंधक नय्यर बस्तवी,
नूर मोहम्मद खान प्रधान गोविंदापुर, विक्रांत सिंह पूर्व बी डी सी, विधायक प्रतिनिधि मो नासिर खान,मुकेश सिंह व्यापार मंडल उपाध्याय, चंदन गौतम, सुजीत सिंह, सरताज आलम अंसारी हैदर खान दिलशाद
खान फकीर मोहम्मद खान
इब्राहीम शेख , विजय प्रकाश, कमाल खान, यार मों, रोहुल्लाह, रमजान,तालिब , पवन चौधरी पूर्व प्रधान, रफीक अहमद,डॉ जहांगीर,सहित दरगाह कमेंटी एवं जनसहयोग से किया जा रहा है ।