डॉ शशि कांत सुमन
मुंगेर। जिले के सभी नौ प्रखंडों में राज्य स्वास्थ्य समिति के निर्देशन में 2 दिसम्बर से मेगा स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया जा रहा है | उक्त शिविर के माध्यम से गर्भवती महिला से गर्भस्थ शिशु में एचआईवी की रोकथाम की जानकारी व परामर्श दी जा रही है | यह पहली दफा समुदाय स्तर पर होने वाली एचआईवी जांच और परामर्श की व्यवस्था है |
इस शिविर की फील्ड मॉनिटरिंग करने खड़गपुर प्रखंड के पहाडपुर और बनबरसा पहुंचे डॉ ध्रुव कुमार साहा, संक्रामक रोग नियंत्रण अधिकारी ने बताया आगामी 15 फ़रवरी तक अभियान को चलाया जायेगा | इसके अंतर्गत कुल 77 शिविरों का आयोजन किया जाना है | उन्होंने इसके उद्देश्य पर चर्चा करते हुए कहा एचआईवी संक्रमण से बचाने हेतु स्थायी तौर पर टीका की खोज अभी तक नहीं हो पायी है | इसलिए गर्भवती माता से शिशु की शुरुआती स्तर पर ही एचआईवी का पता लगाने और यथोचित उपाय के लिए अभियान को अंजाम दिया गया है तथा एचआईवी के प्रति लोगों में व्याप्त भ्रांतियों को दूर करने के लिए जागरूक किया जाना है | अभी तक करीब 400 लोगों की जांच हो चुकी है और सभी निगेटिव रिपोर्ट अच्छे संकेत हैं | यदि किसी को एचआईवी पाया भी जाता है तो एड्स में परिणत होने में व्यक्ति के रोग प्रतिरोधी क्षमता पर निर्भर करता है | अमूमन 3 से 5 वर्षों की अवधि में अवसरवादी संक्रमणों के प्रभाव से रोगों से लड़ने की क्षमता समाप्त हो जाती है और मृत्यु हो जाती है | इस स्थिति से बचाने के लिए सरकार ने एंटी रेट्रोवायरल थेरेपी के तहत निर्धारित समय में दवा को खाने से व्यक्ति सामान्य जीवन को जी सकता है |