बस्ती (1 मार्च 24)- पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं, एमपी एमएलए कोर्ट ने फरार चल रहे पूर्व मंत्री की संपत्ति कुर्क करने के निर्देश प्रदेश के प्रमुख सचिव गृह और डीजीपी को दिया है |
यहां बताते चलें कि बस्ती में एक व्यापारी के बेटे के अपहरण के मामले में फरार चल रहे पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं।

बस्ती एमपी एमएलए कोर्ट ने पुलिस की कार्यशैली पर नाराजगी जताते हुये प्रदेश के प्रमुख सचिव गृह और डीजीपी को निर्देश दिया है कि दोनों अफसर फरार आरोपी की संपत्ति कुर्क कराकर, कुर्की कुलिंदा कोर्ट के सामने पेश करें। अब इस मामले पर कोर्ट 20 मार्च को अगली सुनवाई करेगी।

एमपी एमएलए प्रमोद कुमार गिरि की अदालत ने मामले की सुनवाई करते हुए कहा कि फरार अभियुक्त अमरमणि दुर्दांत और प्रभावशाली व्यक्ति है,उसका लंबा आपराधिक इतिहास है,हत्या समेत कुल 20 क्रिमिनल केस उसके उपर दर्ज हैं. स्थानीय पुलिस इस कारण उसके प्रभाव में कार्रवाई करने से बच रही है।

मामला 6 दिसंबर 2001 को व्यापारी धर्मराज मद्धेशिया के बेटे राहुल का अपहरण का है जो अमरमणि के लखनऊ आवास से बरामद किया गया था |इस मामले में कोतवाली थाने में अपहरण का केस दर्ज कराया गया था। पुलिस ने इस मामले में अमरमणि समेत 9 लोगों को आरोपी बनाया था।

आरोप है कि लखनऊ के जिस मकान से किडनैप हुआ बच्चा राहुल मिला था. वह तत्कालीन मंत्री अमरमणि का था। अमरमणि के खिलाफ 24 अक्तूबर 2011 से गैर जमानती वारंट जारी हुआ था | एमपी एमएलए कोर्ट ने किडनैपिंग केस में फरार आरोपी अमरमणि की संपत्ति की कुर्की के लिए ढाई महीने पहले ही आदेश दे दिया था।

अभी तक लखनऊ और महराजगंज में ही अमरमणि की अचल संपत्ति की पुलिस को जानकारी मिल पाई है, वहीं महराजगंज के नौतनवा में एक मकान और लखनऊ में संपत्ति मिली है जिसकी कीमत एक करोड़ 18 लाख 80 हजार रुपये कीमत की आकी जा रही है।

मामले की विवेचना करने वाली कोतवाली पुलिस आरोपी के आवास पर कुर्की नोटिस चस्पा कर चुकी है,सुनवाई के दौरान इंस्पेक्टर कोतवाली चंदन कुमार ने कोर्ट में प्रार्थना-पत्र दिया था कि फरार अभियुक्त की दो संपत्तियों की कुर्की के लिए उपनिरीक्षक रमेश यादव को लखनऊ भेजा गया है और अतिरिक्त समय दिए जाने का अनुरोध किया गया था।